Hi:NeMo-Opensource

From MozillaWiki
Jump to: navigation, search

निमो अनुच्छेद बेस
ओपन सोर्स क्या है ?
सभी अनुच्छेद देखें | मुख पृष्ठ
लेखक: कोमल गांधी

ओपन सोर्स क्या है?

ओपन सोर्स अर्थात कोई भी कंप्यूटर सॉफ्टवेयर जिसका आप आसानी से उपयोग कर सकते है, एवं जिसका सौर्स कोड भी आपके पास उपलब्ध हो, ओपेनसोर्स सॉफ्टवेयर कहलाता है ।

इससे आप यह भी न सोंचे कि ओपनसोर्स सॉफ्टवेयर केवल कम्प्यूटर वैज्ञानिकों के लिये है, पर आम व्यक्ति के लिये नहीं है| ऐसा कुछ साल पहले हो सकता था, पर आज नहीं| मैं कोई कम्प्यूटर वैज्ञानिक नहीं हूं, पर मेरे कम्प्यूटर मे कोई भी मालिकाना (Proprietary) सॉफ्टवेयर नही है| आज की तारीख में ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर में, ऑफिस में होने वाले सारे कार्य करना, लिखना, इन्टरनेट पर जाना, तरह तरह के पावरपाइंट Presentation देना, गाने सुनना, DVD देखना, ब्लौग करना, या और कुछ जो कि हम सब करना चाहते हैं, उतना ही सरल है जितना कि मालिकाना सॉफ्टवेयर में| सबसे अच्छी बात है यह है कि बौधिक सम्पदा अधिकारों (Intellectual Property Rights) की कोई झन्झट नहीं, तथा इसमें काम करने से आम व्यक्ति को पैसे खर्चा करने से मुक्ति और सॉफ्टवेयर की चोरी का कोई सवाल नही|

ओपन सोर्स ही क्यों?

सभी सॉफ्टवेयर का अपना कोई सौर्स कोड होता है । ओपेनसोर्स सॉफ्टवेयर से सौर्स कोड का उपयोग कोई भी कर सकता है । स्वतंत्रता ही हमारी च्वाइस है, और च्वाइस ही हमारी शक्ति है। (Freedom means choice. Choice means power. ) यही कारण है की हमे विश्वास है की खुले स्त्रोत (open source ) जरुरी है । open source, user को नियंत्रण देता है । यानी हम कोड को देख सकते है ।, इसे बदल सकते है ।, इससे सीख सकते है। इसमें कोई एरर होने पर हम उसे सही कर लेते है । और यादि user अपने 1 विक्रेता (vendor) से खुश नही है, तो वोह इस ओपेनसोर्स सॉफ्टवेयर के पूरे ढांचे (Infrastructure) में बिना कोई जांच और मरम्मत किये अपने लिए नया विक्रेता (vendor) का चयन कर सकता है । इस ओपेनसोर्स में ना ही किसी technology (तकनीक) में कोई lock है, और ना ही कोई एकाधिकार। इसे ही ओपेनसोर्स कहते है ।

हमें विश्वास है कि ओपेन सोर्स केवल बेहतर सॉफ्टवेयर बनाता है.। सभी के सहयोग से हम अच्छी तकनीक (technology) को जीत सकते है। यह सिर्फ कोई कंपनी की बात नही है, बल्कि इन्टरनेट से जुड़े हुये दुनिया भर के समुदायों की बात है । अपने कोड और नए विचारो को पल भर में दुनिया की यात्रा कराना|

लोकप्रिय ओपेनसोर्स सॉफ्टवेयर

कुछ लोकप्रिय ओपेनसोर्स सॉफ्टवेयर निम्न हैं:-

१.सोलैरिस भी यूनिक्स पर आधारित आपरेटिंग सिस्टम है| यह पहले सन माईक्रो-सिस्टम का मालिकाना साफ्टवेर था पर जनवरी २००५ से यह ओपेन सोर्स साफटवेयर हो गया है और CDDL के अन्दरगत प्रकाशित किया गया है|

२. फायरफौक्स(Firefox), थन्डरबर्ड(Thunderbird) तथा सनबर्ड (Sunbird) मौज़िला फाउन्डेशन के साफटवेयर हैं | यह मौज़िला प्बलिक लाईसेंस के अन्दर प्रकाशित है| यह लिनेक्स तथा विन्डोज़ दोनों पर चलते हैं फायरफौक्स, इन्टरनेट एक्सप्लोरर की तरह वेब ब्राउजर है| थन्डरबर्ड, आउटलुक एक्सप्रेस की तरह ई-मेल भेजने व पाने के लिये साफटवेयर है| सनबर्ड, माइक्रोसौफ्ट आउटलुक की तरह का ई-मैनेजर है|

३. जिम्प (GIMP): यह फोटो ठीक करने का फोटोशौप की तरह का सॉफ्टवेयर है| यह जी.पी.एल. के अन्दर प्रकाशित है| यह लिनक्स एवं विन्डोज़ दोनों पर चलता है|

४. ओपेन आफिस डाट ओर्ग (OpenOffice.Org): यह एल.जी.पी.एल. के अन्दर प्रकाशित है| यह माइक्रोसौफ्ट औफिस की तरह का सॉफ्टवेयर है तथा आफिस में कार्य आने वाले सारे कार्य कर सकता है| यह विन्डोज़ तथा लिनेक्स दोनों पर चलता है| यह माइक्रोसॉफ्ट औफिस में बनाये गये अलग-अलग तरह के फौरमेट (Format) के दस्तावेजों, प्रस्तुतीकरण को खोल सकता है तथा उसी फौरमेट में सुरक्षित कर सकता है|

५. एपाचे (Apache): यह वेब सरवर के लिये सबसे ज्यादा लोकप्रिय साफटवेयर है|

यदि आप विन्डोज़ में काम करते हैं तथा लिनेक्स पर जाने की बात सोचते हैं तो आप ओपेन आफिस डाट और्ग, फायरफौक्स, थन्डरबर्ड,सनबर्ड और जिम्प पर काम करके देखें|

ओपेन सोर्स सॉफ्टवेयर: महत्व


१- बौद्धिक सम्पदा अधिकार: जब कोई व्यक्ति मालिकाना सॉफ्टवेयर पर काम करता है तो वह मालिकाना सॉफ्टवेयर के बौद्धिक संपदा अधिकारों को बढ़ाता करता है, पर जब वह ओपेन सोर्स सॉफ्टवेयर पर काम करता है तब वह अपने बौद्धिक सम्पदा अधिकारों को बढ़ाता है, या कम से कम किसी और के नहीं। वह अपने बौद्धिक सम्पदा अधिकारों को बढ़ा रहा है या किसी के भी नहीं बढ़ा रहा है, यह उस ओपेन सोर्स सॉफ्टवेयर की लाईसेंस की शर्तों के ऊपर निर्भर करता है। हमारा देश दुनिया के सारे देशों में सॉफ्टवेयर के मामले में आगे हैं और यह विचारणीय प्रश्न है कि किसके बौद्धिक सम्पदा अधिकारो को मजबूत किया जाना चाहिये।

२- बौद्धिक सम्पदा अधिकार के साथ रिश्ता: ओपेन सोर्स सॉफ्टवेयर की सबसे महत्वपूर्ण बात इनका बौद्धिक सम्पदा अधिकार के साथ रिश्ता है। इसको लिखने वाले इसके प्रयोग और संशोधन करने में कोई भी बौद्धिक संपदा अधिकार का दावा नहीं करते हैं यह बात इस तरह से स्पष्ट है कि इसे लिखने वाले स्वयं कहते हैं कि जो चाहे तो इसका प्रयोग कर सकता है, वितरित कर सकता है तथा संशोधित कर सकता है। यह सच है कि इस शताब्दी में लड़ाईयां पानी तथा तेल पर होंगी पर बहुत सी लड़ाईयां बौद्धिक संपदा अधिकारों को लेकर होंगी। ओपेन सोर्स सॉफ्टवेयर का प्रयोग करने से बौद्धिक संपदा अधिकार के झगडों से बचा जा सकता है।

३- प्रयोग या संशोधन करने में कॉपीराइट का कोई अतिक्रमण नहीं: ओपेन सोर्स सॉफ्टवेयर को प्रयोग या संशोधन करने में हमेशा छूट रहती है। इसलिये उसका प्रयोग करने से या संशोधन करने से किसी के भी कॉपीराइट का अतिक्रमण नहीं होता है। अक्सर जब आप किसी के मालिकाना सॉफ्टवेयर का बिना पैसा दिये का प्रयोग करते हैं या एक कॉपी लेकर एक से अधिक कंप्यूटर में प्रयोग करते हैं तो आप उसके कॉपीराइट का उल्लंघन करते हैं। यह कानूनी तौर पर गलत है इस कारण आप जेल भी जा सकते हैं और हर्जाना देना पड़ सकता है। यदि ओपेन सोर्स सॉफ्टवेयर के प्रयोग अथवा संशोधन करने में कभी भी कानून का भी उल्लंघन नहीं होता है। इसका प्रयोग एवं संशोधन बिना किसी अपराध भावना के किया जा सकता है। हां जिन शर्तो के अन्दर यह प्रकाशित किया गया है उसका उल्लंधन करने पर अवश्य कॉपीराइट का अतिक्रमण होता है।

४- व्यय में कमी: ओपेन सोर्स सॉफ्टवेयर के लिये कोई भी रॉयल्टी नहीं ली जा सकती है। इसलिये इसका प्रयोग करने से हमेशा खर्च कम होता है। यदि कोई योजना शुरू की जाय तो ओपेन सोर्स सोर्स सॉफ्टवेयर प्रयोग करने से उसका खर्च हमेशा कम रहेगा।

५- सॉफ्टवेयर के दाम में कमी: चूंकि ओपेन सोर्स सॉफ्टवेयर के लिये कोई भी रॉयल्टी नहीं ली जा सकती है तथा इसके प्रयोग करने से खर्च कम होता है इसलिये बहुत से मालिकाना सॉफ्टवेयर के मालिकों ने भी अपने दाम कम किये हैं।

६- मनपसंद किया जा सकता है: ओपेन सोर्स सॉफ्टवेयर को हमेशा संशो‍धित किया जा सकता है इसलिये आप इसे हमेंशा मनपसन्द बना सकते हैं। यह मालिकाना सॉफ्टवेयर में तब तक सम्भव नहीं है जब तक कि मालिकाना सॉफ्टवेयर का मालिक स्वयं न चाहे। ओपेन सोर्स सॉफ्टवेयर को आप जिस भाषा में चाहे उसमें प्रयोग कर सकते हैं। हमारे देश की बहुत कम जनसंख्या अंग्रेजी जानती है। ज्यादातर लोग मार्तभाषा का प्रयोग करते हैं यदि हम लोगों को मार्तभाषा में कंप्यूटर दे सके तो सूचना प्रौद्योगिकी को जन-जन तक ले जाया जा सकता हैं और यह सूचना प्रौद्योगिकी को तेजी से ऊंचाई तक ले जाने में हमारी सहायक हो सकती है। इसी लिये इस समय कई मालिकाना सॉफ्टवेयरों ने भी हिन्दीमय होने का फैसला किया है।

७- वायरस नहीं: वायरस एक तरह का कंप्यूटर प्रोग्राम होता है जो कि दूसरे कंप्यूटर या कंप्यूटर के डाटा को प्रभावित करता है। ओपेन सोर्स सॉफ्टवेयर में भी वायरस हो सकता है परन्तु यह मालिकाना सॉफ्टवेयर के मुकाबिले नगण्य है। कंप्यूटर वैज्ञनिकों के अनुसार चूंकि ओपेन सोर्स सॉफ्टवेयर खुला है इसलिये ज्यादा स्थायी है।